कहीं दिन कहीं रात February 03, 2023 Get link Facebook Twitter Pinterest Email Other Apps एक ही सी है बात, कहीं दिन कहीं रातबस जगह अलग हैं, अलग है नज़रिया। कहीं सूरज की रोशनी, कहीं टिमटिमाते तारेज़मीन से उड़ने की तैयारी कहीं,और कहीं सपनों में खो जाने की चाहत।दिन की हलचल या अंधेरे का सुकून एक ही सी है बात, कहीं दिन कहीं रात।~ stuti Comments
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