बड़ा याद आता है - a poem


दादी नानी की
कहानियों का पिटारा
बड़ा याद आता है

चाय की चुस्कियों के साथ
बाहर का नज़ारा
बड़ा याद आता है

सुहाना मौसम और
शाम की सैर का बहाना
बड़ा याद आता है

फूलों के बगीचे से
गुज़रता हुआ रास्ता
बड़ा याद आता है

घर आते आते
समोसों चाय वाला अंदाज़
बड़ा याद आता है

फिर चुस्कियां ले
दादी नानी से Gossip करना
बड़ा याद आता है

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